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OLED क्या है? कैसे काम करता है OLED डिस्प्ले

What Is OLED Display in Hindi :-


नमस्कार जैसा कि आपको पिछली पोस्ट में LCD और LED के बारे में बताया जा चुका है जो आप नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं।

तो आज हम जानने वाले हैं OLED के बारे में क्या है OLED कैसे कार्य करता है कहाँ पर यूज़ किया जाता है। 

आपने OLED Display के बारे में जरूर सुना होगा क्योंकि हाल में ही I Phone X , और Samsung Galaxy Note 8 दोनों में OLED Display को लगाया गया है। इससे देखने मे Phone का Look तो अच्छा हो ही जाता है साथ में इनकी Screen और भी अच्छी हो जाती है। हालांकि ये टेक्नोलॉजी महंगी है इसलिए इसका प्रयोग केवल मंहगे Phone और गैजेट्स में किया गया है जैसे OLED TV आदि। हालांकि कुछ और स्मार्टफोन कंपनी हैं जो इसका प्रयोग अपने कुछ मोबाइल फ़ोन में करती हैं जैसे :- मोटोरोला , Samsung , Meizu , LG आदि।

Oled display kya hai

● जैसा कि आप जानते हैं समय के साथ साथ टेक्नोलॉजी में कई बदलाव हुए और हो रहे हैं जैसे पहले CRT , फिर LCD , और LED इसके बाद OLED। बहुत से लोग है जो इस टेक्नोलॉजी के बारे में जानते हैं। और बहुत से लोग नहीं जानते तो ये पोस्ट उनके लिए है इसमें आपको पूरे विस्तार से OLED टेक्नोलॉजी के बारे में बताया जा रहा है।

इस पोस्ट में क्या क्या जानकारियां दी गयी हैं :-

1. OLED Display क्या है (What Is OLED)
2. OLED कैसे कार्य (Work) करती है?
3. OLED से क्या क्या बनाया जाता है?
4. OLED  Display के Advantages.
5. OLED के Disadvantages.

What is OLED (OLED क्या है)


OLED जिसका पूरा नाम Organic Light Emitting Diodes और हिंदी में इसे जैविक प्रकाश उत्सर्जक डायोड के नाम से जाना जाता है। यह एक फ्लैट लाइट उत्सर्जक तकनीकी (  Flat Light Emitting Technology) है, जिसे दो कंडक्टर्स के बीच में जैविक पतली फिल्म की एक सीरीज को रखकर निर्मित किया जाता है। जैसे ही ऊर्जा को संचालित किया जाता है तो उज्ज्वल प्रकाश उत्सर्जित होता है। OLED का इस्तेमाल डिसप्ले और लाइट बनाने के लिए किया जाता है। OLED को किसी भी रूप में बैकलाइट की जरूरत नहीं होती है, इसी कारण है LCD डिसप्ले से काफी बढ़िया होती हैं, क्योंकि LCD डिसप्ले को इसकी जरूरत होती है। OLED डिसप्ले महज पतली ही नहीं होती हैं, बल्कि काफी उपयोगी और कारगर भी होती हैं। इसके अलावा इन्हें काफी फ्लेक्सिबल और ट्रांसपेरेंट भी बनाया जाता है।

● Ching W. Tang और Steven Van Slyke ने सन 1987 में सबसे पहले OLED टेक्नोलॉजी का विकास किया। तब से लेकर अब तक इसमे कई बदलाव किए जा रहे हैं और साथ मे कई सुधार भी हुए हैं इसी का नतीजा है कि हम इस डिस्प्ले को Phone और TV और कई गैजेट्स में देख पा रहे हैं।

● आमतौर पर आपने सुना होगा कि इसे Organic Display भी कहा जाता है क्यों? कहा जाता है इसके बारे में भी थोड़ा समझ लेते हैं। OLED कॉर्बन और हाइड्रोजन से बना होता है लेकिन OLED का आर्गेनिक Food या फॉर्मिंग से कोई मतलब नहीं है। Organic Display से मतलब यह है कि इसमें कोई भी  Bad Metals का प्रयोग नही किया जाता है हम इतना जरूर कह सकते हैं कि वाकई में यह एक ग्रीन टेक्नोलॉजी है।

OLED कैसे Work करती है


इसका कार्य करने का तरीका Simple है। यह एक Flat Light उत्सर्जक टेक्नलॉजी हैं, जिसमे 2 Conductors के बीच मे से एक Organic यानी जैविक पतली फ़िल्म की एक सीरीज को रखकर इसे बनाया जाता हैं और फिर जैसे ही इसमें Electricity को भेजा जाता है, तो ये जलने (प्रकाशित) होने लगती हैं। इसका  मुख्य Component होता है OLED Emitter जो की एक Organic  Material होता है और वो Light Emit तभी करता है जब उसमें Electricity को भेजा जाता है।

OLED से क्या क्या बनाया जाता है


आप सभी को पता है कि यह टेक्नोलॉजी बहुत नई है अभी भी बाजार में LCD और LED की मांग है दूसरी बात यह भी है कि LCD और LED के मुकाबले इनके स्मार्टफोन TV आदि  इससे बने प्रोडक्ट भी महगें होते हैं। लेकिन इसकी मांग अच्छी होने के कारण इसका इस्तेमाल बहुत सारे प्रोडक्ट को बनाने में किया जा रहा है:

OLED TV kya hai

Smart Phone :- इस टेक्नोलॉजी का प्रयोग स्मार्टफोन को बनाने में किया जा रहा है जैसा कि आपने I Phone X के बारे में सुना होगा कि इसमें OLED डिस्प्ले लगा है। और भी कई सारे स्मार्टफोन हैं जिसमे इसका प्रयोग किया जा रहा है।

OLED TV :- OLED TV भी अब मार्केट में आने लगी हैं। जो कि पहले के अपेक्षा पतली और देखने मे भी शानदार हैं। साथ मे किसी भी एंगल से देखने पर आपको कोई दिक्कत नहीं होती है। बेहतरीन पिक्चर क्वालिटी के साथ OLED TV आती है। हालांकि यह LCD और LED के मुकाबले ज्यादा महंगी होती है।

इसके साथ ही OLED DISPLAY का उपयोग Tablet, VR Headset, Laptop , Digital Cameras , Digital Watches आदि में होने लगा है। साथ मे कंपनियां इसको हर पॉसिबल डिवाइस में इसको यूज़ करने की कोसिस करती हैं ताकि उनके डिवाइस की डिस्प्ले और उसकी परफॉर्मेंस और Improve और अच्छी हो सकें।

OLED Display के Advantages


OLED टेक्नोलॉजी के बहुत से एडवांटेज हैं और यह अपने प्रतिद्वंदी से बहुत आगे है। जिसके बारे में नीचे आपको कुछ पॉइन्ट बताये गये हैं।

● LCD और LED के तुलना में ये पतले होते हैं और ये Lighter भी होते हैं और बहुत ज्यादा Flexible भी होते हैं।

● ये बिजली कम खर्च करते हैं चाहे ये आपके स्मार्टफोन में लगे हो या OLED TV हो आपकी बैटरी और बिजली की कम खपत होगी।

● ये Heat पैदा नहीं करते हैं जलने के दौरान इसलिए इन्हेंCold Lighting Source भी कहा जाता है।

● इसकी Colour, Image Quality और Contrast की क्वालिटी में अच्छा सुधार और साथ ही और बेहतर और Higher Brightness इसकी शानदार और फुल एंगल View।

● वाइड कलर रेंज और साथ ही आपको मिलता हैं इसके रिफ्रेश रेट में सुधार।

OLED Display के Disadvantages

कोई भी ऐसी चीज नहीं होती जो अपने आप मे पूर्ण हो हर चीज में कोई न कोई कमी जरूर होती है वैसे ही OLED के साथ भी है हालांकि यह टेक्नोलॉजी बहुत अच्छी है और इसमें लगातार सुधार भी हो रहा है पर इसकी कुछ कमियां भी हैं जो नीचे बताई गई है:-

● यह एक महंगी टेक्नोलॉजी है जिसको खरीद पाना सबके बस की बात नहीं जैसा कि आप जानते हैं I Phone X में OLED Display है और यह बहुत महंगा है। और OLED Display की जो TV आती है वह भी बहुत महंगी होती है। हो सकता है आगे जाकर इसमे कुछ सुधार हो जिससे और लोग इसका फायदा ले सकें।

●  OLED Display की समय सीमा बहुत ही सीमित है जिसकी वजह से ये दूसरे अन्य डिस्प्ले के मुकाबले बहुत ही कम समय के लिए काम पर पाती है। हालांकि अभी इस पर काम जारी है और हो सकता है कि आने वाले समय मे और अच्छा और बेटर डिस्प्ले देंखने को मिल जाए।


उम्मीद है यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी अगर आपका कोई सवाल है तो आप हमसे पूछ सकते हैं। पोस्ट को शेयर जरूर करे ताकि और लोगों को इसके बारे में जानकारी मिले और ऐसे ही जानकारी के लिए आप India Help Me के ब्लॉग पर अन्य लेख देख सकते हैं।

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